पास जाऊँ तो भी नहीं पहचानती है, वो पगली मेरी चाहत नहीं जानती है...। पास जाऊँ तो भी नहीं पहचानती है, वो पगली मेरी चाहत नहीं जानती है...।
पर तब ना ये बात होगी, ना मुलाक़ात होगी, बस अपनी बात तेरे आँचल में ही भिगो जाऊँगा एक दिन...! पर तब ना ये बात होगी, ना मुलाक़ात होगी, बस अपनी बात तेरे आँचल में ही भिगो जाऊ...
क्या बताए आपको एक अधूरा सा प्यार मुझे भी हुआ था...! क्या बताए आपको एक अधूरा सा प्यार मुझे भी हुआ था...!
शहनाई की आवाज़ ,लिखने चली नई कहानी मंगल परिणय की साक्षी बनी ,शाम ये सुहानी। शहनाई की आवाज़ ,लिखने चली नई कहानी मंगल परिणय की साक्षी बनी ,शाम ये सुहानी।
बस चले चलो जब तक है जिंदगी बडे़ चलो बस चले चलो जब तक है जिंदगी बडे़ चलो
अंजान होंगे जब हम, कोई अजनबी होगा! अंजान होंगे जब हम, कोई अजनबी होगा!